सभी के नाम मै यहाँ प्रस्तुत कर रही हूँ...आशा करती हूँ वह सब समय पर पहुँच जायेंगे...आप सब को मै व्यक्तिगत मेल के जरिये अपना पता व फोन नम्बर दे दूँगी...कृपया जिन आदरणीय के ईमेल पते चिट्ठे पर नही है वह मुझे भेज दें...ताकी मै आपको आने का पता दे सँकू...वैसे तो प्रताप नगर मेट्रो स्टेशन है आराम से पहुँचा जा सकता है फ़िर भी कौन किस और से आयेगा इसका ध्यान रखकर एक नक्शा बनाया जायेगा...मै आप सब को यथा समय मेल कर दूँगी....
बहुत से लोग अभी भी अपने आने का दर्ज नही करवा पाये है उन सबसे निवेदन है एक-दो दिन में जल्द बता दें...आप समझिये मेरी परेशानी को...आप सब के आने का पक्का होने पर ही सभी के खाने का प्रबंध हो पायेगा...सबकी पसंद की व्यवस्था होगी वेज /नान वेज...तो कितने लोगो की व्यवस्था करनी है इसमे आप अपनी आमद लिखवा कर मेरे साथ सहयोग किजिये...आपकी अति कृपा होगी...
कहीं ऎसा न हो की बैठने की कुर्सी कम पड़ जाये...जगह बहुत है मगर सीट उतनी ही लगवाई जायेगी जितने लोग आयेंगे... बाहर से आने वालो को अगर वो रूकना चाहते है तो अपने ठहरने कि व्यवस्था खुद ही करनी होगी...
आने वाले कवियों मे मुख्य है
.....................................................
राकेश खंडेलवाल जी
समीर लाल जी
प्रत्यक्षा जी
विजेंद्र एस विज जी
संगीता मनराल जी
महेश चंद्र गुप्त जी
संजय गुलाटी मुसाफ़िर जी
अविनाश वाचस्पति जी
नीरज दीवान जी
सजीव सारथी जी
अजय यादव जी
बी राघव जी
पवन चंदन जी
अक्षय चोटिया (ग्यारह साल का कवि)
श्रोता गण...
..................
मैथिली जी
अरूण अरोड़ा जी
शैलेष जी
कमलेश मदान जी
सृजन शिल्पी जी
नीरज शर्मा जी
राजेश रोशन जी
राजीव कुमार जी (अविवाहित)
पवन चंदँन जी
इसके अलावा कुछ मान्यवर एसे है जिन्हे मै बुलाना चाहती हूँ मगर वो आ नही पा रहे...या तो वो दूर है या मजबूर है...कुछ ने मेरे चिट्ठे पर टिप्पणी भी की है...
उनसे अनुरोध करती हूँ भविष्य में एक बार जरूर आने का कष्ट करें...इस वक्त मै ज्यादा जोर नही दे सकती क्योंकि यह दिपावली का पर्व है सभी व्यस्त भी होते है...
जिनके नाम इस प्रकार से है...
सारथी जे सी फिलिप
कवि कुलवन्त जी
संजीव तिवारी जी
संजीत त्रिपाठी जी
अफ़लातून जी
संजय भाई पटेल जी
संजय बेगानी जी
हर्षवर्धन जी
आशीष जी
महाशक्ती जी
पंकज अवधिया जी
दीपक भारतदीप जी
घुघूति जी
अनिता कुमार जी
मीनाक्षी जी
आशा जी
ममता जी
इन सब का नाम मैने दूसरी काव्य गौष्ठी के लिये रिजर्व कर लिया है तब कोई भी बहाना नही चल पायेगा...:)
फ़ुर्सतिया जी,हरिराम जी आलोक पुराणिक जी,जगदिश भाटिया जी मसिजीवी,मौहल्ला, अतुल जी,अरविन्द चतुर्वेदी जी,नीलिमा जी, सुजाताजी,रचना जी,काकेश जी, अमित जी,और मेरे हिन्द-युग्म के सभी सदस्य...क्या बात है भाई किस बात पर नाराज है आप सब...और बहुत से एसे लोग है जिनका नाम शायद मै भूल रही हूँ कृपया याद दिलायें...भूलने के लिये माफ़ी चाहती हूँ
आप सभी का सहयोग अपेक्षित है...मेलजोल की भावना हमे आपस में एक सूत्र में पिरोये रख सकती है...कृपया आप सीधे मेरे ब्लोग पर सम्पर्क करें कि आप अवश्य आ रहे है...
सुनीता(शानू)
सुनीता दी
ReplyDeleteआपकी आत्मीय मेज़बानी के क़ायल हो गए हम सब.लीजिये हुज़ूर देर से ही सही श्रोता को भी मान मिलने लग ही गया.बेहतरीन शुरूआत है यह...बात शुरू हुई है तो निश्चित ही दूर तलक जाएगी.आ मी न !
पंछी बन उड़ उड़ आऊँ
ReplyDeleteआनन्द मिलन का पाऊँ !
काश कोई बहाना जानूँ
राह न सूझे हे शानू !
सुनिता जी, अंतिम पल तक कोई उपाय न सूझा तो अगली बार तो निश्चित आपकी मेहमान नवाजी का लुत्फ लेने और सबसे मिलने का अवसर न जाने दूँगी.
आपने मेरी अंतिम दो पंक्तियां ही पढ़ीं
ReplyDeleteमैं बिना सुनाए नहीं आऊंगा
मेरा नाम श्रोताओं में भी रहने दें
और कवियों में भी शुमार कर लें।
मुझे सिर्फ सुनकर तसल्ली नहीं होने वाली।
सुनने वाले नौ
ReplyDeleteसुनाने वाले दस
दसवां किसे सुनाएगा
कम से कम एक सुनने
वाला और बढाईयेगा।
आप फ़िक्र न करे श्रोता कुछ और भी है जो हमारे पारिवारिक दोस्त भी है,कवि १० होंगे तो श्रोता २० होगें...:)
ReplyDeleteमगर अभी मुझे कुछ और लोगो का भी इंतजार है जिन्होने कहा था कि आप बुलाईये बुलाते ही नही...कुछ के नाम तो आ गये है,कुछ अभी बाकी है...
संजय भाई, मीनाक्षी जी शुक्रिया...पवन जी आपका नाम कवियों में कर देते है आपसे सुने बिना नही जाने देंगे जनाब...:)
सुनीता(शानू)
हे हे हे
ReplyDeleteजाना तो हमें भी था दोस्तों को कह भी दिया था पर कल अपेक्षितों की सूची से नदारद पा निराश हो गए, हो सकता है फिर भी पहुँच जाएं
:))
हमें गिनें
आपने इज़्ज़त बख्शी इसके लिए शुक्रिया पर मुआफ़ी चाहूंगा कि आना नही हो पाएगा!!
ReplyDeleteशुभकामनाएं
नमस्कार सुनीता जी
ReplyDeleteकाव्य गोष्ठियों में कविता का वह स्वरूप देखने को मिलता है जो मंच से कहीं गायब होने लगा है, या यूँ कहा जाये कि लगभग गायब हो ही गया है।
माँ शारदे की आराधना के इस पुनीत कार्य के लिए हृदय से साधुवाद!
किसी भी काव्य गोष्ठी में आपको कविता-पथ के इस पथिक की आवश्यकता हो तो मैं सदा उपलब्ध होने की चेष्टा करूंगा!
युवा रचनाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए मैं भी नयी पौध नामक एक यज्ञ में पिछले दो वर्ष से संलग्न हूँ..... आपके प्रयासों के साथ जिद्कर मुझे अच्छा लगेगा
-चिराग जैन
9868573612
धन्यवाद सुनीता जी, आपने हमारी मजबूरियों को समझा । आपनें बडी सहजता से इस जिम्मेदारी को स्वीकारा है एवं इसे बखूबी निभा रही हैं इसके लिए आपको साधुवाद ।
ReplyDeleteआपके आमंत्रण को पढ कर मन में किसी अनाम कवि की ये पंक्तियां बरबस फूट पडते हैं
भेज रहे हैं स्नेह निमंत्रण कविवर तुम्हें बुलाने को
हे मानस के राजहंस तुम भूल न जाना आने को ।
कवियों एवं श्रोताओं नें आमंत्रण स्वीकार कर लिया है अब हमें तो इंतजार है इस गोष्ठी की जानकारी से परिपूर्ण पोस्ट का ।
सुनीता जी
ReplyDeleteइज्जत अफ़जाई के लिए हम आप के ॠणी हैं। बहुत बहुत धन्यवाद, इस गोश्टी में शामिल न हो पाना हमारी बदकिस्समती है। होंगे तो हम बम्बई में पर मन होगा दिल्ली में। इस गोश्टी के आयोजन का बीड़ा उठा कर आप ने बहुत ही प्रशंसनीय कार्य किया है। हम तो ये सोच रहे है कि क्युं न ऐसा ही कुछ आयोजन हर राज्य की राजधानी में भी दो जहां तारिखें सुनिश्चित हों और पूरे हिन्दी चिठ्ठाजगत के कविवर भाग लें । अगर बम्बई में ऐसा ही कुछ आयोजन करने का मन बने वहां आये सब कवीवर का और जो नही आ पाए उनका भी तो हम आयोजन की जिम्मेदारी लेने को तैयार होगें। अगली बार जरूर समय रहते बता दिजिएगा, जरूर आने का प्र्यास करेंगे। वैसे इस बार के कवि सम्मेलन की रिकॉरडिंग तो आप करने वाली ही होंगी हमें भी सुनाइएगा या अप्ने ब्लोग पर सबकी पढ़ी कविताएं प्रकाशित किजिएगा ताकि हमें लगे हम वहीं थे।
चलिये सुबह तक हम आपकी सूची में नहीं थे अभी हैं ...जानकर अच्छा लगा.:-) समीर जी से मिलने की तमन्ना तो है ही लेकिन उस दिन मैं दिल्ली में नहीं हूँ दिवाली में अपने घर (जो दिल्ली में नहीं है) जा रहा हूँ. इसीलिये शामिल नहीं हो पाउंगा. अगले किसी सम्मेलन में पक्का आना होगा.
ReplyDeleteआपको सफल आयोजन के लिये शुभकामनाऎं.इस प्रयास के लिये आप धन्यवाद की पात्र हैं. आशा है इस बार मिलन स्थल नहीं बदलना पड़ेगा और पैसे .....खैर जाने दीजिये.आभार स्वीकारें.
शानू जी
ReplyDeleteकाश मैं आप की इस गोष्टी का सदस्य बन पाता. जो कविगण या श्रोता आप् की लिस्ट मैं है वो मेरे ब्लॉग पर कभी कभी आते हैं. उनको देखने और सुनने का मौका मिल जाता . दिल्ली और मुम्बई के बीच की दूरी और समय दो मुख्य कारण हैं न आ पाने के लेकिन मुझे आपका इस प्रकार के आयोजन का विचार बहुत अच्छा लगा. सोचता हूँ की मुम्बई मैं इसप्रकार आयोजन करूँ इस से लोगों से मिलने का मुझे और कवियों को स्वास्थ्य लाभ का मौका मिल जाएगा क्यों की मैं खोपोली मैं हूँ जो की खंडाला से मात्र १0 की.मी. की दूरी पर हैऔर खंडाला के बारे मैं आमिर खान सबको पहले बता ही चुके हैं.
नीरज
समीर जी और प्रत्यक्षा को मेरा नमस्कार कह दीजिएगा। आशा है आप लोग सफलतापूर्वक इस कार्यक्रम को मूर्त रूप देंगे।
ReplyDeleteमेरा भी नाम जोड लें
ReplyDeleteअतुल
मसीजीवी भाई अगर बहन के यहाँ आना होता है तो इतने नखरे नही किया करते...की दोस्तों को बता दे कि आयेंगे मुझे नही बताया...खैर कोई बात नही...संजीत जी संजीव जी अनीता जी नीरज जी यह आपका बड़प्पन है, कभी मौका मिला तो फ़िर आयोजन होगा और आप सभी आयेंगे...काकेश भाई आप आते तो अच्छा लगता...मगर आप फ़िक्र न करें पैसे की माँ दुर्गा सभी का ख्याल रखती है...:)और स्थान परिवर्तन भी नही होगा...बेफ़िक्र रहें यह ब्लागर मीट नही हमारे सबके प्रिय गुरुओ का स्वागत समारोह है बस आशा करती हूँ जिनका आप लोग भी आदर सम्मान करते है उनसे मिलने के लिये बिना किसी लाग लपेट के आपसी बैर को भूल कर आ जाओगे...
ReplyDeleteऔर भाई नीरज आप फ़िक्र न करें जितने कवि होंगे उससे दो गुआ अधिक श्रोता होंगे...आपको कविता सुनानी है तो अवश्य बतायें...:)
चिराग जी और अतुल जी आप भी सादर आमन्त्रित हैं...
सुनीता(शानू)
सुनीता जी निमंत्रण के लिए शुक्रिया। और लिस्ट मे अपना नाम देखकर ख़ुशी हुई।
ReplyDeleteअगर हम इस समय दिल्ली मे होते तो जरुर आते। भला इतने लोगों से मिलने का मौका बार-बार कहाँ मिलता है।
और हाँ अगली गोष्ठी मे हम जरुर श्रोता के रुप मे हाजिर होंगे।
sunita
ReplyDeleteaap ka aayojan safal ho , shubhkamna hae
jaldi badhayee kee aap hakdaar hogee , jab aayojan purn ho jayega
rachna
ham Bi sunaayege jI khaalI sunane ke liye nahI taiyaar ham...:) arun
ReplyDeleteआपका यह प्रयास सफल हो…
ReplyDeleteबहुत बढ़िया काम किया है आपने…।
मेरा साधुवाद स्वीकार करें।
मन पखेरू उड चला
ReplyDeleteउड बैठा उस द्वार
जहाँ स्वतंत्र समीर भी
और कवि परिवार
संजय गुलाटी मुसाफिर
सुनीता जी,...आपके मेहमानों की पिछली सूची में श्रोताओं की लिस्ट में अपना नाम देख कर जितनी खुशी हुई कि ब्याँ नहीं कर सकता...
ReplyDeleteयहाँ मैँ तो तैयारी कर के बैठा था कि आप सभी चिट्ठाकारों से मिलने के सौभाग्य प्राप्त होगा...
आपकी आज वाली सूची में अपना नाम न देखा निराशा हुई...किन्हीं 'राजीव कुमार जी' का नाम तो दिखा लेकिन वो तो कुँवारे हैँ...
बहुत बहुत धन्यवाद सुनीता जी.. मेर नाम भी आप ने लिस्ट में दिखा दिया..हमारी एक Indian Institute of Metals की International conference and annual technical meeting (13-16 Nov) है..मेरा एक technical और एक poster paper presentation है। आप के स्वागत के लिए तहे दिल से आभारी हूँ। हां मेरा एक कर्यक्रम दिल्ली आने का है.. २१ नवंबर को ही, चाहूंगा कि आप सभी से अवश्य मुला्कात हो ।
ReplyDeleteकवि कुलवंत
कवि १० होंगे तो श्रोता २० होगें...:)होने ही चाहिये ना अगर जितने कवि हैं, उतने ही श्रोता होंगे तो गोष्ठी का आनन्द भी नहीं आता है। जितने कवि मंच पर हो उतने ही नीचे हो तो क्या आनन्द आयेगा ?
ReplyDeleteबेहतरीन कवियों को सुनने के लिये बेहतरीन श्रोता भी तो होने चाहिये ना। जब तक तालियॉं और वाह वाह सुनाई ना दे कई कवियों का उत्साह बढ ही नहीं पाता है...:)
सुनीता जी
ReplyDeleteहम दिल्ली में रहते हुए भी आप सब से मिल नहीं पायेंगे, इसका मलाल रहेगा. मेरी शुभकामनाएं
सूरज
Aapake aayojan kee safalataa ke liy agreem Sadhuvaad....
ReplyDelete......... ....... .... ....
Ashish
E-mail: ashishkumaranshu@gmail.com