
सबसे पहले आप सभी को नव-वर्ष की हार्दिक शुभ-कामनायें...
कुछ हॉस्य हो जाये...
हमने कहा, जानेमन हैप्पी न्यू इयर
हँसकर बोले वो सेम टू यू माई डियर
पहले बस इतना बतलाओ
आज नया क्या है समझाओ
नये साल पर ही करती हो मीठी-मीठी बातें
चलो रहने भी दो हमको चूना मत लगाओ
कब मिली है हमको बिरयानी
अपनी तो वही रोटी और दाल है
सब कुछ तो है वही पुराना
फ़िर भी कहती हो नया साल है
अच्छा छोड़ो बेकार की बातें
बात करो कुछ क्लीयर
तुम भी मनाओ जश्न आज
हमे भी लेने दो बीयर
नये साल का जश्न
कुछ ऎसा हम मनायें
भूल कर सारे गिले शिकवे
पड़ौसन को भी बुलायें
बीयर तक तो श्रीमान जी की
बात समझ में आई
मगर पडौसन को लाने की
कैसी शर्त लगाई
फ़िर भी दिल पर काबू कर के
पौंछे हमने टियर्स
देकर हाथ में चाय का प्याला
बोले उनको चियर्स
नही मनाना हमे नया साल
रहने दो डियर
टकरायेंगे बस चाय के प्याले
और कहेंगे चियर्स...
सुनीता शानू
आप सभी को नव-वर्ष की हार्दिक शुभ-कामना...
ReplyDeleteaare chai ke pyle par hi new year,waah bahut achhi rahi kavita:):),naya saal mubarak
ReplyDeletenaya varsh manaiye ,biryanee pakaiye ,hame bhee khilaiye !
ReplyDelete२००९ के आगामी नव वर्ष मेँ सुख शाँति मिले ये शुभ कामना है -
ReplyDeletegood poem
had me smiling all throughout Sunita jee :)
- लावण्या
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ
ReplyDeleteबहोत खूब लिखा है आपने ढेरो बधाई साथ में आपको और आपके पुरे परिवार को नववर्ष की हार्दिक मंगलकामनाएँ!
ReplyDeleteसाल के आखिरी ग़ज़ल पे आपकी दाद चाहूँगा अगर पसंद आए ...
नव वर्ष की आप और आपके समस्त परिवार को शुभकामनाएं....
ReplyDeleteनीरज
very nice aapko bhee naya varsh mubarak ho
ReplyDeletepradeep manoria
094 251 32060
हंसी लाती है और गुदगुदाती है
ReplyDeleteपड़ोसन की याद क्यों दिला दी है
बीयर भी चियर्स भी
गियर्स भी
सब छोड़ जायें इसी साल में
और रहें उसी के नियर्स जी।
कुछ नव वर्ष बधाईया यही से ले ले बाकी ढेरो वी पी पी से भेजी है छुडवा जरूर ले . :)
ReplyDelete:) :) नये वर्ष की ढेरों शुभकामनाएँ
ReplyDeleteवाह बढिया हास्य कविता लिख डाली आपने..पडोसन कौन सी वाली है...पता जरूर लगाईये :)
ReplyDeleteप्रेम और विश्वास के अभिलाष, प्रेम की अभिप्सा समझा दो।
ReplyDeleteकिस-विधि नापोगे प्यार मेरा, रिश्तों की परिभाषा समझा दो
मैंने आपका ब्लाग पहली बार देखा. रिश्तों की परिभाषा कोई समझा नहीं सकता. वह महसूस करने का जरिया हैं
नव वर्ष की शुरुआत मुस्कान से हो इससे बेहतर ओर क्या होगा......आपको नव वर्ष की शुभकामनाये !
ReplyDeleteशायद नए साल में सभी कुछ नया पाने की चाहत से निकली है कविता| :) लेकिन कहते हैं ना "नया नौ दिन, पुराना सौ दिन"| नए साल की हार्दिक शुभकामनाएं, और दुआ है कि नया साल आपके लिए ढेर सारी खुशियाँ और मुस्कान लेकर आए|
ReplyDeleteआज पहली बार आपका ब्लॉग देखा, मुझे अच्छा लगा कि सभी पोस्ट्स सीधा दिल से आई हुई लगती हैं, और इसीलिए दिल तक पहुँचती हैं| आगे इसी प्रकार लिखते रहिये|
-आपका शुभचिंतक
Aapka blog bahut achcha he. Rachnaien bhi khoob.
ReplyDeleteGood combination of kavita and comedy...I don't think I will ever be able to do that so I really appreciate what you have written. Do feel free to visit my site and blog
ReplyDeletewww.yourstrulypoetry.com
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45 days and no post.. surprising...
ReplyDeletemy post at hindyugm was on wednesday (11th Feb) and not on 10th feb.. I hope you might have seen it...with bets regards
maine pahli bar apka blog patha kaphi achcha laga khaskar ke new year ki kavita
ReplyDeleteआपके सफल ब्लॉग के लिए साधुवाद!
ReplyDeleteहिंदी भाषा-विद एवं साहित्य-साधकों का ब्लॉग में स्वागत है.....
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