कितनी प्रसन्नता हुई है आज कि ब्यान से बाहर है -शहीदों के नाम दीप जलने वाली बात कह कर आपने दीवाली की खुशियों में चार चाँद लगा दिए /अगर वे न होते तो क्या हम आज ऐसी खुशिया मन पाते /आज सब दिए इसलिए जला रहे हैं की धन दौलत की बरसात हो -लक्ष्मी जी पधारें लेकिन जिनकी खातिर आज हम लक्ष्मी जी को बुलाने की स्थिति में हैं उन्हें आपके अलावा किसी ने याद नहीं किया =आपके इस राष्ट्रप्रेम की हम सराहना करते हैं / रचना के छोटी बड़ी होने से काम नहीं चलता = दो पेज की रचना और निचोडा तो कुछ भी न मिला /आपकी इस छोटी सी रचना में कव्यसंरचना तो है ही साथ ही लोक कल्याण और राष्ट्रहित की बात भी है नैतिक मूल्यों की मौलिकता के मापदंडों पर खरी उतरने वाली लघु रचना के लिए हार्दिक बधाई /दीपावली शुभ हो /
Bahut sundar sabd chitran. Deepavali ke deepakon ka prakash aapke jeevan path ko aalokit karta rahe aur aapke lekhan ka margdarshan karta rahe, yahi shubh kamnayen.
एक दीप हमारे नाम भी जला दीजियेगा.ब्लॉग की दुनियां में हमारी शहादत आप से छिपी नहीं. मोहतरमा- गुलशन के फकत फूलों से नहीं, कांटों से भी जीनत होती है. अब ऐसी भी बेरुखी क्या कभी कभी कांटों की भी सुधि लेती रहिए. दीपावली की आप को और आपके श्यामशखा को हार्दिक शुभकामनायें.
चंद पंिक्तयों में आपने बहुत सुंदर भाव को अिभव्यक्त िकया है । शहीदों को याद करना बहुत जरूरी है । इन्हीं से पीिढयां प्रेणा लेती हैं । मैने भी अपने ब्लाग पर एक किवता िलखी है । समय हो तो आप पढें आैर प्रितिकर्या भी दंें-
कितनी प्रसन्नता हुई है आज कि ब्यान से बाहर है -शहीदों के नाम दीप जलने वाली बात कह कर आपने दीवाली की खुशियों में चार चाँद लगा दिए /अगर वे न होते तो क्या हम आज ऐसी खुशिया मन पाते /आज सब दिए इसलिए जला रहे हैं की धन दौलत की बरसात हो -लक्ष्मी जी पधारें लेकिन जिनकी खातिर आज हम लक्ष्मी जी को बुलाने की स्थिति में हैं उन्हें आपके अलावा किसी ने याद नहीं किया =आपके इस राष्ट्रप्रेम की हम सराहना करते हैं / रचना के छोटी बड़ी होने से काम नहीं चलता = दो पेज की रचना और निचोडा तो कुछ भी न मिला /आपकी इस छोटी सी रचना में कव्यसंरचना तो है ही साथ ही लोक कल्याण और राष्ट्रहित की बात भी है नैतिक मूल्यों की मौलिकता के मापदंडों पर खरी उतरने वाली लघु रचना के लिए हार्दिक बधाई /दीपावली शुभ हो /
ReplyDeleteपंच पर्व जो शुरू हुआ
ReplyDeleteधनतेरस से
संपन्न होगा
भाई दूज पर
आपके, परिवार के, ब्लागर जगत
और चाय जगत
सभी के लिए महामंगलकारी हो।
सुनीता जी
ना रहे रीता
कोई भी कोना
सुख से
भरा रहे
मन का दोना।
आपको एवं आपके परिवार को भी दीपावली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं.
ReplyDeleteBahut sundar sabd chitran. Deepavali ke deepakon ka prakash aapke jeevan path ko aalokit karta rahe aur aapke lekhan ka margdarshan karta rahe, yahi shubh kamnayen.
ReplyDeleteएक दीप हमारे नाम भी जला दीजियेगा.ब्लॉग की दुनियां में हमारी शहादत आप से छिपी नहीं.
ReplyDeleteमोहतरमा-
गुलशन के फकत फूलों से नहीं,
कांटों से भी जीनत होती है.
अब ऐसी भी बेरुखी क्या
कभी कभी कांटों की भी सुधि लेती रहिए.
दीपावली की आप को और आपके श्यामशखा को हार्दिक शुभकामनायें.
शुभ-दीवाली।
ReplyDeleteदीपावली पर हार्दिक शुभकामनाएँ।
ReplyDeleteआपको एवं आपके परिवार को भी दीपावली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं.
ReplyDeletehttp://mallar.wordpress.com
bahut sundar ji,
ReplyDeletehappy diwali.
ALOK SINGH "SAHIL"
आपको एवं आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं.
ReplyDeleteसमीर लाल
http://udantashtari.blogspot.com/
आपको दीपावली की शुभकामनाएँ - परिवार के सँग खूब आनँद करेँ -
ReplyDeleteदीपावली पर्व पर आप और पूरे परिवार को हार्दिक शुभकामनाएँ ...
ReplyDeleteआपको सपरिवार दीपावली की शुभकामनाएं ।
ReplyDeleteघुघूती बासूती
चंद पंिक्तयों में आपने बहुत सुंदर भाव को अिभव्यक्त िकया है । शहीदों को याद करना बहुत जरूरी है । इन्हीं से पीिढयां प्रेणा लेती हैं । मैने भी अपने ब्लाग पर एक किवता िलखी है । समय हो तो आप पढें आैर प्रितिकर्या भी दंें-
ReplyDeletehttp://www.ashokvichar.blogspot.com.
दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें ।
ReplyDeleteआपको भी दीवाली की हार्दिक शुभकामनाये.
ReplyDeleteआओ जलाये दीप एक
ReplyDeleteउन शहीदों के नाम
हुए न्यौछावर देश पर जो
जिनसे रौशन है कायनात
well composed
regards
राम राम
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