चाय के साथ-साथ कुछ कवितायें भी हो जाये तो क्या कहने...

Wednesday, March 28, 2012

सागर में दो दिन डॉ हरी सिंह गौर विश्वविद्यालय में...


दोस्तों कुछ समय पहले  ( 15 जनवरी  2012) डॉ हरी सिंह गौर विश्वविद्यालय में एक अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में शिरकत करने का मौका मिला। कुछ व्यस्तता थी अतः पहले पोस्ट नही कर पाई।

कवियों की इस जमात में जाने-माने दिग्गज विद्यमान थे.. सबसे बीच में जो नजर आ रहे हैं वे सोम ठाकुर जी हैं और कुर्सी  पर विट्ठल भाई पटेल और सबसे पहले अलबेला जी के साथ मै।







विट्ठल भाई पटेल जी के बारे में जितना कहा जाये कम होगा।




ये है विट्ठल भाई की तस्वीरें जो उनकी गाथा खुद गा रही हैं...

विट्ठल भाई पटेल जी के यहाँ सचमुच बहुत अच्छा लगा एक ऎसी शख्सियत जिसे कोई भुला नही सकता




अंत में अलबेला जी तथा हरी सिंह गौर युनिवर्सिटी के सचिव संतोष तिवारी सहगोरा जी का आभार जिन्होनें मुझे इस आयोजन में हिस्सा लेने का अवसर प्रदान किया।

सुनीता शानू

21 comments:

  1. अच्छी प्रस्तुति सुनीता जी ! चित्रों के बीच- बीच में वहाँ प्रस्तुत कविताओं के अंश भी आप जोड़ देती तो और मजा आता !

    ReplyDelete
  2. क्या बात है ..बढ़िया चित्रावली

    ReplyDelete
  3. अरे वाह! तस्वीरें देखकर अच्छा लगा... गोदियाल जी की बात बिलकुल सही है, कुछ कविताओं के अंश भी जुड जाते तो मज़ा आ जाता...

    ReplyDelete
  4. बहुत अच्छी प्रस्तुति, एक बार मुझे भी मौका मिला है विट्ठल भाई पटेल के साथ कविता पाठ करने का आपसे सहमत वास्तव में एक नेक इंसान हैं|

    ReplyDelete
  5. कुछ लम्हें वाकई यादगार होते हैं ....

    ReplyDelete
  6. बधाई ...
    सुन्दर ढंग से यादगार लम्हों को संजोया आपने

    ReplyDelete
  7. बधाई .... कुछ पल हमेशा याद रहते हैं ...

    ReplyDelete
  8. हां तो आदरणीया शानूजी,

    विट्ठल भाई तो महान हैं। झूँठ बोले कव्वा काटे उन्होंने ही लिखा था। आप तो उनसे मिल ली हो। हम तो अभी तक मिल नहीं पाये जबकि हमारी ससुराल वहीं सागर में ही है। हां उनके बेटे की बहू छाया पटेल तो अलसी के चक्कर में मेरी फेन है और फोन भी करती रहती है। पर अबके जब भी सागर जाऊँगा विट्ठल भाई से जरूर मिलूँगा। अबके जब भी आप माइक्रोवेव के खतरों पर मेरा लेख जरूर पढ़ना। लिंक है। http://flaxindia.blogspot.in/2011/12/microwave-boon-or-blight.html

    डॉ ओम वर्मा

    ReplyDelete
  9. विडियो और रिकार्डिंग कहाँ है जी....बहुत बधाई....जल्दी सुनाओ जरा!

    ReplyDelete
  10. अच्छा लगा इस आयोजन और आपकी भागीदारी के बारे में जानकर ......

    ReplyDelete
  11. वाह ...बहुत बधाई ....!!

    ReplyDelete
  12. बधाई!!!बधाई!!!!

    ऐसे हसीं लम्हें बारम्बार आयें....

    अनु

    ReplyDelete
  13. बहुत अच्छी प्रस्तुति

    ReplyDelete
  14. बहुत उम्दा पोस्ट!

    ReplyDelete
  15. बढ़िया तस्वीरें देखकर अच्छा लगा....बधाईया

    ReplyDelete
  16. sarvapratham dheron bhdaiyan .somthakurji se milvane hetu aabhar.

    ReplyDelete
  17. बहुत बहुत बधाई जी.
    सुन्दर चित्रमय प्रस्तुति.
    काश! आपका गीत हम भी सुन पाते,सुनीता जी.

    ReplyDelete
  18. इस सचित्र प्रस्‍तुति के लिए विलम्‍ब से :) बधाई स्‍वीकार कीजिए ।

    ReplyDelete
  19. नेट पर हिन्दी के दर्शन एक सुखद अनुभूती है,।

    ReplyDelete
  20. नेट पर हिन्दी के दर्शन एक सुखद अनुभूती है,।

    ReplyDelete

स्वागत है आपका...

अंतिम सत्य