tag:blogger.com,1999:blog-238211821352305428.post5155548468784745140..comments2024-03-27T14:14:46.377+05:30Comments on मन पखेरू उड़ चला फिर: हे राधे-श्यामसुनीता शानूhttp://www.blogger.com/profile/11804088581552763781noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-238211821352305428.post-25844766736512800942007-09-09T12:48:00.000+05:302007-09-09T12:48:00.000+05:30एसे काव्य मे प्रवाह होना आवश्यक है... और वो बहुत ब...एसे काव्य मे प्रवाह होना आवश्यक है... और वो बहुत बढ़िया है...<BR/>बहुत प्यारा लिखा है...<BR/><I><BR/>मौन निमन्त्रण मेरा समर्पण<BR/>चिर निद्रा सा सुखद आलिंगन<BR/>.... ......<BR/></I><BR/>ख़ूबसूरत...<BR/><BR/>एसा मुझे लगता है..<BR/><BR/>with love<BR/>..masto.....मस्तो...https://www.blogger.com/profile/08018264897378600309noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-238211821352305428.post-8507270544551772882007-09-05T14:15:00.000+05:302007-09-05T14:15:00.000+05:30अति सुन्दर! भक्तिभाव पूर्ण रचना। सुरम्य गेय भजन!नौ...अति सुन्दर! भक्तिभाव पूर्ण रचना। सुरम्य गेय भजन!<BR/><BR/>नौ लाख सौलह हजार एक सौ आठ पटरानियों के होते हुए भी 'कृष्ण' अपनी प्रिय 'राधा' की याद में जीवन भर तड़फते रहते थे। <BR/><BR/>जिस प्रकार भक्त भगवान के मिलन के लिए तड़फता है, भगवान भी अपने भक्त से मिलने के लिए उतना ही तड़फते हैं। वह 'कृष्ण' आपके समस्त सपनों को साकार करे।हरिरामhttps://www.blogger.com/profile/12475263434352801173noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-238211821352305428.post-40822923289759721192007-09-05T11:30:00.000+05:302007-09-05T11:30:00.000+05:30अति सुन्दर, भावपूर्ण!आपको भी जन्माष्टमी की हार्दिक...अति सुन्दर, भावपूर्ण!<BR/><BR/>आपको भी जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ।Srijan Shilpihttps://www.blogger.com/profile/09572653139404767167noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-238211821352305428.post-63758681092226757902007-09-05T09:23:00.000+05:302007-09-05T09:23:00.000+05:30सुनीता जी!प्रेम जीव-मात्र का सर्व-प्रिय विषय है. त...सुनीता जी!<BR/>प्रेम जीव-मात्र का सर्व-प्रिय विषय है. तब साक्षात प्रेम-प्रतिमा लीलापुरुषोत्तम कृष्ण से कौन विमुख हो सकता है. ये कृष्ण ही हैं जो हर रूप में प्रेम की महत्ता सिद्ध करते हैं, फिर चाहे वो प्रेम जानवरों से हो, मित्रों या सखियों से हो या आम जनता से.<BR/>आपने इस प्रेम-गीत के माध्यम से कृष्ण के प्रति भक्ति और समर्पण को बहुत सुंदर ढंग से अभिव्यक्त किया है. बधाई!SahityaShilpihttps://www.blogger.com/profile/12784365227441414723noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-238211821352305428.post-78636024104570041872007-09-05T09:18:00.000+05:302007-09-05T09:18:00.000+05:30रूप मनोहर श्याम सुन्दर वोझुका जो धरती पे अम्बर होश...रूप मनोहर श्याम सुन्दर वो<BR/>झुका जो धरती पे अम्बर हो<BR/><BR/>श्री कृष्ण जन्माष्ट्मी की बधाई :)सुन्दर भावपूर्ण रचना है।रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-238211821352305428.post-33329044285503413042007-09-05T09:12:00.000+05:302007-09-05T09:12:00.000+05:30जन्माष्टमी की शुभ कामना !सुन्दर कविता से कान्हा को...जन्माष्टमी की शुभ कामना !<BR/><BR/>सुन्दर कविता से कान्हा को रीझाया है आपने सुनीता जीं ...बहुत अच्छी लगी कविता ..बधाई !<BR/><BR/>-- स्नेह,<BR/><BR/>लावान्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-238211821352305428.post-62379237053722936692007-09-05T07:55:00.000+05:302007-09-05T07:55:00.000+05:30बधाई, सचमुच सुन्दर अभिव्यक्त किया है आपने अपने ...बधाई, सचमुच सुन्दर अभिव्यक्त किया है आपने अपने कृष्ण प्रेम को, अहा कृष्णम वंदे जगतगुरू ।<BR/><BR/>कृष्णजन्माष्टमी की बधाई36solutionshttps://www.blogger.com/profile/03839571548915324084noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-238211821352305428.post-1954027542121694142007-09-05T07:46:00.000+05:302007-09-05T07:46:00.000+05:30सुनीता जी व्यस्थ्तायें तो चलती रहेंगी मगर जन्माष्ट...सुनीता जी व्यस्थ्तायें तो चलती रहेंगी मगर जन्माष्टमी हो और आपकी कविता न हो यह सम्भव ही नही था ... एक और भक्ती और प्रेम रस से भरा गीत गया फ़िर मन पखेरू ने .... सुंदर ढेर सारी शुभकामनायें इश्वर करे ये दिन हम सब के लिए नए शुभ संकेत ले कर आएSajeevhttps://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-238211821352305428.post-50675472593146133962007-09-05T00:37:00.000+05:302007-09-05T00:37:00.000+05:30kavita achhi hai, agar raat POONAM ki jagah ASHTAM...kavita achhi hai, agar raat POONAM ki jagah ASHTAMEE hoti to aur effect aata.Siddhartha Mishrahttps://www.blogger.com/profile/12393748987027150853noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-238211821352305428.post-42810623437047120712007-09-05T00:36:00.000+05:302007-09-05T00:36:00.000+05:30बहुत भावपूर्ण व सुन्दर रचना है।बहुत भावपूर्ण व सुन्दर रचना है।परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-238211821352305428.post-6543773596939044882007-09-04T23:52:00.000+05:302007-09-04T23:52:00.000+05:30सुंदर!!बधाई!!सुंदर!!<BR/>बधाई!!Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-238211821352305428.post-24764818930083394742007-09-04T22:39:00.000+05:302007-09-04T22:39:00.000+05:30एक अच्छे गीत के लिये बधाई सहित हार्दिक शुभकामनायें...एक अच्छे गीत के लिये बधाई सहित हार्दिक शुभकामनायेंराकेश खंडेलवालhttps://www.blogger.com/profile/08112419047015083219noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-238211821352305428.post-5580997143083474332007-09-04T21:53:00.000+05:302007-09-04T21:53:00.000+05:30रूप मनोहर श्याम सुन्दर वो...यही तो कान्हा है. जिसक...रूप मनोहर श्याम सुन्दर वो...<BR/>यही तो कान्हा है. जिसकी जादूगरी पर आज संसार फिदा हो रहा है. बेहतर प्रस्तुति है. जन्माष्टमी की शुभकामनाएं.Ramashankarhttps://www.blogger.com/profile/09873866884519903643noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-238211821352305428.post-39611806565798787602007-09-04T21:02:00.000+05:302007-09-04T21:02:00.000+05:30वाह, सुन्दर अभिव्यक्ति..आपको और आपके परिवारजनो को ...वाह, सुन्दर अभिव्यक्ति..आपको और आपके परिवारजनो को भी श्री कृष्ण जन्माष्ट्मी के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामना.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-238211821352305428.post-3782350744146693882007-09-04T20:57:00.000+05:302007-09-04T20:57:00.000+05:30मौन निमन्त्रण मेरा समर्पणचिर निद्रा सा सुखद आलिंगन...मौन निमन्त्रण मेरा समर्पण<BR/>चिर निद्रा सा सुखद आलिंगन<BR/><BR/>.. सुंदर पंक्तियां.. कृष्ण को दी गई आपकी प्रेमपाती अद्भुत है। बधाई स्वीकार करें.Anonymousnoreply@blogger.com